Friday, September 4, 2009

फ़ुट डालो और राज... करो

भारत जब अंग्रेजी राज में जी रहा था उस वक्त भारत में यातायात के साधन न होने से लोग एक दुसरे से नही मिल पाते थे |उस वक्त पत्राचार होता था और ब्रिटिश सरकार आपतिजनक पत्रों को उनके लक्ष्य तक पहुचने नही देती थी इसलिए लोगों का आक्रोश सिमित था |भारत में १६ अप्रैल १८५३ को जब रेलवे की शुरुआत हुई उस वक्त किसी ने नही सोचा होगा की रेलवे क्रांति का एक मध्यम हो सकता है |लोग आसानी से एक जगह से दुसरे जगह पहुचने लगेंगे और क्रांति की जोर पकड़ने लगेगी |अब जब भारत को आजाद हुए ६२साल हो गए और हमारे संविधान ने यह आज़ादी भी दी है की हम पुरे भारत में कही भी रह सकते है इसके बावजूद एक समस्या जो अभी भी रोड़ा बना है वो है प्रांतवाद |आम हो या खास हो किसी भी भारतीय को कभी यह जानने की जरूरत नही होती की उस्के साथ सम्बन्ध रखनेवाला व्यक्ति किस प्रान्त का है |लेकिन कुछ क्षेत्रीय राजनितिक दल अपने ख़ुद के हित के लिए जगह, जगह विभिन्न कार्यकर्मों के द्वारा भाषा ,क्षेत्र ,संस्कृति के माध्यम से ये समझाते है की हमारी संस्कृति ,समाज और भाषा को परप्रान्तियों की वजह से नुकसान हो रहा है |पिछले कुछ दिनों में ऐसी पार्टियाँ काफी सक्रीय हुई है और इनका निसान गरीब तबके के आम लोग होते है|जबकि सच्चाई यह है की क्षेत्रीय राजनितिक दल
छोटे छोटे मुद्दे को अपना आधार बनाकर लोकप्रियता हासिल करना चाहती है और राजनीती में लम्बी दुरी तय करना चाहती है | इस तरह से क्षेत्रीय राजनितिक दल भारत की विकास प्रक्रिया में एक रोड़ा है क्योंकि भारत के हर एक राज्य में सभी प्रान्त के लोग रहते हैं और भारत के संतुलित जी .डी .पी विकास में सबका योगदान समान्य है| इसलिए प्रांतवाद जैसे समस्या के निदान के लिए भारत का सुप्रीम कोर्ट कुछ ऐसा कानून बनाये जिससे क्षेत्रीय पार्टियाँ इस तरह के मुद्दों के आधार पर हमें बाटने की कोशिश न करे और हमे यह न बताएं की हमे किससे नुकसान हो रहा है |आम आदमी आजाद हो सके की उसे कहाँ रहना है और नेताओं के इशारे पर होने वाले हादसे जो आम आदमी को रेल यात्रा के दोरान जो उसको एक प्रान्त से दुसरे दूसरे प्रान्त में जाने के लिए होते हैं वो रुक जाए क्योंकि इस तरह के होने वाले हादसे यह इशारा करते हैं की अगर ऐसा ही होता रहा तो सबसे पहले हमारी विकास प्रक्रिया रुकेगी हम क्षेत्रीय राजनितिक दल के गुलाम हो जायेंगे और फिर कोई नया सिस्टम लागु होगा फ़ुट डालो राज करो और हम टूकडों में बिखर जायेंगे|

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